डेंगू बुखार क्या है ? यह किन-किन कारणों से फैलता है ?
डेंगू बुखार एक ऐसा रोग है। जो मच्छरों के द्वारा फैलता है। यह रोग एडीस मच्छर के काटने से होता है। यह एक संक्रामक रोग है। यह रोग डेंगू वायरस के कारण होता है। यह रोग बहुत तेजी से फैलता है। यह रोग गर्मी मे जब बारिश होती है। उस समय पर अधिक होता है। बारिश के मौसम बहुत ज्यादा मच्छर पैदा हो जाते है।जिसके कारण मच्छरों के रोग होने की संभवना बहुत अधिक होती है। जब मच्छर किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटता है, तब इस रोग का वायरस व्यक्ति के शरीर मे चला जाता है। डेंगू बुखार को हड्डी तोड़ बुखार भी कहा जाता है इस रोग मे रोगी को बहुत तेज बुखार हो जाता है। और रोगी के जोड़ो और हड्डियों मे दर्द होता है। डेंगू बुखार हो जाने पर रोगी हो इसका तुरंत इलाज करवा लेना चाहिए। डेंगू रोग एक बहुत ही भयानक बीमारी है। डेंगू रोग के उपचार के लिए रोगी को तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। डेंगू रोग हो जाने पर रोगी के प्लेटलेट घटने लगती है। और रोगी को भूख नही लगती है ,बुखार हो जाता है सिर मे दर्द होने लगता है।
डेंगू रोग किन किन कारणों से होता है ?
- डेंगू रोग एडीस मच्छर के काटने के कारण होता है जब मच्छर किसी व्यक्ति को काटता है। तो उस व्यक्ति के शरीर मे वायरस प्रवेश करता है और व्यक्ति बीमार हो जाता है।
- मौसम मे बदलाव होने के कारण भी डेंगू बुखार हो जाता है।
- अगर किसी व्यक्ति को डेंगू बुखार है तो उस रोगी व्यक्ति के संक्रमण के कारण भी यह रोग होता है।
- डेंगू बुखार डीईएनवी-1, डीईएनवी-2, डीईएनवी-3 और डीईएनवी-4 वायरस के कारण होता है जब मच्छर रोगी व्यक्ति को काटता है और फिर वह किसी स्वस्थ व्यक्ति को काट देता है तो वह व्यक्ति भी रोग का शिकार हो जाता है।
- डेंगू बुखार हो जाने के कारण रोगी की प्लेटलेट्स मे कमी हो जाती है।
- डेंगू बुखार होने पर रोगी के शरीर मे 2 से 7 मे रोग का वायरस पूरे शरीर मे फैल जाता है। इस समय पर अगर मच्छर रोगी व्यक्ति को काटकर किसी दूसरे स्वस्थ व्यक्ति को काटता तो वह व्यक्ति भी बीमार हो जाता है।
डेंगू बुखार के क्या – क्या लक्षण है ?
- डेंगू बुखार हो जाने पर इसके लक्षण 4 से 10 के अंदर दिखाई देते है। डेंगू रोग के लक्षण निम्नलिखित है-
- डेंगू बुखार हो जाने पर रोगी को बहुत तेज बुखार हो जाता है।
- रोगी को सिर दर्द हो जाता है।
- रोगी के जोड़ो और हड्डियों मे दर्द हो जाता है। इस रोग को हड्डी तोड़ बुखार भी कहा जाता है।
- डेंगू बुखार हो जाने पर रोगी के शरीर पर दाने दिखाई देते है।
- डेंगू बुखार हो जाने पर रोगी बहुत कमजोर हो जाता है।
- डेंगू बुखार हो जाने पर रोगी के पेट मे दर्द हो जाता है।
- डेंगू बुखार हो जाने पर रोगी की प्लेटलेट्स मे कमी हो जाती है।
- डेंगू बुखार हो जाने पर रोगी को चक्कर आने लगते है।
- डेंगू बुखार हो जाने पर रोगी की आंखों के पीछे दर्द होने लगता है।
डेंगू बुखार के होने पर इसके उपचार के तरीके क्या -क्या है ?
- डेंगू बुखार हो जाने पर इसका उपचार करवाना बहुत जरूरी है। डेंगू बुखार हो जाने पर ,मच्छरों द्वारा यह दूसरे लोगो को बहुत जल्दी हो जाता है। यह रोग वायरस के द्वारा बहुत तेजी से फैलता है।डेंगू बुखार का इलाज निम्नलिखित तरीको से किया जाता है।
- हाइड्रेशन:
डेंगू रोग से पीड़ित व्यक्ति को अधिक से अधिक तरल पदार्थ पिने के लिए कहा जाता है। जिससे रोगी के शरीर मे पानी की कमी नही होगी। - औषधि:
डेंगू बुखार हो जाने पर रोगी को टायलेनोल या पैरासिटामोल दवा दी जाती है जिससे रोगी को दर्द मे राहत मिलती है। - विश्राम:
डेंगू बुखार हो जाने पर रोगी को आराम करना चाहिए। जिससे रोगी जल्दी ठीक हो जाता है। - प्लेटलेट्स की जाँच:
डेंगू बुखार हो जाने पर रोगी को अपनी प्लेटलेट्स की जाँच जरूर करवाना बहुत जरूरी है क्योंकि डेंगू बुखार मे रोगी की प्लेटलेट्स संख्या बहुत जल्दी कमी आती है। - संतुलित आहार:
डेंगू बुखार हो जाने पर रोगी के खाने-पिने ध्यान रखना जरूरी है रोगी को पौष्टिक और संतुलित आहार देना चाहिए। जिससे रोगी जल्दी ठीक हो जाता है। - नारियल का पानी:
डेंगू बुखार हो जाने पर रोगी को नारियल के पानी का सेवन करना चाहिए। जिससे रोगी की प्लेटलेट्स संख्या की रिकवरी हो जाती है।
डेंगू बुखार की रोकथाम के उपाय क्या क्या है ?
- सोते समय मछरदानी का प्रयोग करें।
- मच्छरों के काटने से बचने के लिए मच्छर रोधी उत्पाद का प्रयोग करें।
- अपने घर या अपने आस-पास सफाई की सफाई का विशेष ध्यान रखें।
- अपने आस-पास पानी न खड़ा होने दें। नालियों की नियमित रूप से सफाई करनी चाहिए।
- अपने आस-पास का कूड़ा कचरा सही से नष्ट करें। कचरे को खुले मे न फेंके।
पानी के बर्तनो को ढ़ककर रखें। - किसी व्यक्ति को डेंगू बुखार हुआ है। तो उससे उचित दूरी बनाए रखें।
- अपने शरीर पर डीईईटी किट रोधक का प्रयोग करें।
निष्कर्ष:-
किसी भी व्यक्ति को अगर डेंगू बुखार हो जाता है। तो उसके लक्षण दिखने पर ,इस रोग के रोकथाम के उपाय करने चाहिए। अगर यह रोग किसी एक व्यक्ति को हो जाता है। तो यह रोग मच्छरों के द्वारा किसी अन्य व्यक्तियों मे बहुत जल्दी से फैल जाता है। डेंगू रोग मच्छरों के द्वारा फैलता है। डेंगू रोग मच्छरों के वायरस से फैलता है। डेंगू बुखार हो जाने पर इसका उपचार करवाना बहुत जरूरी है। डेंगू रोग होने पर रोगी के शरीर मे प्लेटलेट्स की संख्या बहुत जल्दी कम होने लगती है। डेंगू रोग मे प्लेटलेट्स की संख्या मे कमी के कारण रोगी की मृत्यु भी हो सकती है। डेंगू बुखार हो जाने पर रोगी को इसका तुरंत इलाज करवा लेना चाहिए।