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त्वचा रोग क्या है यह कितने प्रकार का होता है इसका उपचार कैसे किया जाता है ?

त्वचा रोग या चर्म क्या है यह कितने प्रकार का होता है इसका उपचार कैसे किया जाता है ?

त्वचा क्या है ?

त्वचा मानव शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है जो मानव त्वचा से संबधित है। त्वचा मानव शरीर का सबसे बड़ा अंग है त्वचा के बिना मानव एक कंकाल तंत्र है। त्वचा का मानव शरीर मे बहुत महत्व है। त्वचा मानव शरीर मे बहुत से कार्य करती है। त्वचा के बिना मानव शरीर अधूरा है। त्वचा मानव शरीर को ढकने का कम करती है। त्वचा हमारे शरीर की बाहरी परत होती है। जो मानव शरीर को बहुत ही सुरक्षित रखती है। त्वचा मानव शरीर मे बहुत तेजी से कार्य करती है। त्वचा से ही हमे दर्द ,गर्मी, सर्दी का अनभुव होता है। त्वचा मानव शरीर मे विटामिन डी का उत्पादन करती है। त्वचा का मानव शरीर को सुरक्षित रकने मे अहम योगदान है।

त्वचा रोग क्या है ?

मानव शरीर मे बहुत से रोग हो जाते है इनमे से त्वचा रोग भी एक मुख्य रोग है। त्वचा रोग को चर्म रोग भी कहा जाता है। यह रोग किसी भी समय किसी भी व्यक्ति को हो सकता है। त्वचा रोग मानव चमड़ी से सबधित है जो मानव चमड़ी को प्रभावित करता है त्वचा रोग कई प्रकार के रोग है जो अलग अलग व्यक्तियो को अलग अलग प्रकार से हो सकते है त्वचा के कुछ रोग आनुवंशिक भी हो सकते है। कुछ रोग आनुवंशिक न होकर भी किसी और कारण से भी किसी व्यक्ति को त्वचा रोग हो सकता है त्वचा रोग के कारण रोगी के शरीर पर चकते से हो जाते है। किसी के शरीर पर खुजली या सूजन हो जाती है कभी – कभी किसी रोगी के शरीर पर दाने निकल आते है। जिस के कारण त्वचा की स्थिति एक अलग प्रकार की होती है त्वचा रोग किसी भी यक्ति को हो सकता है। लकिन बढ़ती उम्र के कारण जब मानव शरीर के हार्मोन बदलते है तो तब किसी यक्ति को त्वचा का रोग हो सकता है। त्वचा का रोग ज्यदातर बैक्टीरिया ,वायरस और संक्रमण के कारण होता है। जब किसी व्यक्ति के त्वचा के रोमकूप बंद हो जाते है। तब व्यक्ति के रोमछिद्रो मे बैक्टीरिया और मृत त्वचा का निर्माण होता है त्वचा के रोगो के बहुत से कारण होते है। त्वचा रोग फंगस,वायरस ,एलर्जी भी हो जाता है।

त्वचा रोग किन किन कारण से होता हैं?

त्वचा रोग के बहुत से कारण है त्वचा का रोग किसी व्यक्ति को अलग प्रकार से हो सकता है। त्वचा का रोग संक्रमण ,एलर्जी ,अनुवांशिक कारण ,अस्वच्छता ,मौसम परिवर्तन ,अस्वस्थ भोजन ऐसे बहुत से कारणो से हो जाता है।

  1. अनुवांशिक कारण-
    त्वचा रोग कई व्यक्तियो मे अनुवांशिकता के कारण भी हो सकते है अनुवांशिकता के कारण बहुत से लोगो मे जैसे- एक्जिमा, सोराइसिस और विटिलिगो रोग हो जाते है। यदि किसी व्यक्ति के परिवार मे व्यक्ति के माँ बाप को त्वचा का रोग है तो उसे भी त्वचा का रोग होता है।
  2. संक्रमण के कारण –
    संक्रमण के कारण भी त्वचा का रोग हो जाता है जैसे – आपके रोमछिद्रों या बालों के रोमों में फंसे बैक्टीरिया, वायरस ,फंगस ,परजीवी त्वचा पर संक्रमण कर देते है। इस संक्रमण के कारण रोगी को फोड़े ,घाव और भी कई प्रकार के त्वचा रोग हो जाते है।
  3. एलर्जी के कारण –
    कुछ लोगो को त्वचा पर एलर्जी होती है जिसके कारण उनको खुजली ,सूजन हो जाती है। कुछ लोगो की त्वचा पर दाने निकल आते और लालिमा हो जाती है।
  4. ऑटोइम्यून विकार के कारण
    त्वचा रोग ऑटोइम्यून विकार के कारण भी हो जाता है जैसे -सोराइसिस। इस रोग के कारण मानव शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली गलती के कारण स्वस्थ त्वचा कोशिकाओं पर हमला कर सकती है।
  5. धूप और रासायनिक पदार्थो के कारण –
    सूर्य की धूप और रासायनिक पदार्थो के कारण भी किसी व्यक्ति को त्वचा की बीमारी हो जाती है। सूर्य की अधिक धूप होने के कारण व्यक्ति की त्वचा के ऊपर धब्बे, झुर्रियां और कैंसर हो सकता है। त्वचा का कैंसर मानव शरीर के लिए एक भयंकर बीमारी है।
  6. मौसम परिवर्तन के कारण –
    त्वचा की कुछ बीमारी मौसम परिवर्तन के कारण भी हो जाती है यह बीमारी उस समय होती है। जब मौसम बदलता है ठंडी हवा चलती है तो या तो त्वचा शुष्क हो जाती है या फटने लगती है जब बहुत अधिक गर्मी होती है। तो पसीने के कारण त्वचा पर घमौरियां और फंगल संक्रमण हो जाता है।

त्वचा रोगों के क्या क्या लक्षण है?

त्वचा रोग होने पर इसके लक्षण अलग अलग होते है त्वचा रोग के लक्षण अलग अलग व्यक्तियों मे अलग प्रकार के दिखाई देते है –

  • त्वचा रोग होने पर रोगी को खुजली होती है।
  • त्वचा रोग हो जाने पर रोगी के शरीर पर चकते हो जाते है।
  • त्वचा रोग हो जाने पर रोगी के शरीर पर दाने निकल आते है।
  • त्वचा रोग हो जाने पर रोगी के शरीर पर लाल धब्बे या शरीर लाल दिखने लगता है।
  • त्वचा रोग हो जाने पर रोगी के शरीर पर सूजन हो जाती है सूजन के कारण रोगी के शरीर दर्द होने लगता है।
  • त्वचा रोग हो जाने पर रोगी के त्वचा का रंग बदल जाता है कई रोगी के शरीर पर दाग ,घब्बे हो जाते है।
  • त्वचा रोग हो जाने पर रोगी की त्वचा शुष्क हो जाती है।
  • त्वचा रोग हो जाने पर रोगी के शरीर की त्वचा पपड़ीदार हो जाती है।

त्वचा रोग के कौन – कौन से प्रकार है ?

  • ये त्वचा रोग हल्के, मध्यम और गंभीर हो सकते हैं।
    त्वचा के रोग अलग अलग प्रकार से होते है त्वचा रोग के प्रकार निम्नलिखित है –
  • संक्रमक यह का एक प्रकार है जो त्वचा रोग बैक्टीरिया ,वायरस के कारण होता है।
  • त्वचा रोग मे रोगी के मुँह पर मुँहासे निकल आते है जिसमे त्वचा के रोमछिद्र बंद हो जाते है।
  • एलोपेसिया एरीटा इसमे रोगी के बाल छोटे छोटे पैच मे झड़ जाते है।
  • सूर्य की धूप के संपर्क मे आने पर रोगी के शरीर पर खुजलीदार दाने हो जाते है।
  • एक्जिमा यह का एक प्रकार है जिससे रोगी की त्वचा खुजलीदार हो जाती है।
  • हमारे शरीर पर दाद होना भी एक त्वचा की बीमारी का संकेत है।
  • फोड़े और फुंसी होने से त्वचा पर संक्रमण हो जाता है।
  • त्वचा रोग त्वचा कैंसर का एक मुख्य प्रकार है।
  • मानव शरीर मे त्वचा रोग हार्पीज एक मुख्य प्रकार है ये रोग वायरस संक्रमण के कारण होता है जिससे रोगी की त्वचा पर छाले और घाव हो जाता है।
  • मानव शरीर मे त्वचा रोग जीवणु संक्रमण से भी हो जाता है जिससे त्वचा पर निशान हो जाते है।
  • मानव शरीर मे त्वचा रोग जब भी हो जाता है जब किसी व्यक्ति को किसी प्रकार के एलर्जी होती है।
  • मानव शरीर मे त्वचा रोग जब होता है जब मानव शरीर की मेलेनिन उत्पादन करने वाली कोशिकाएं नष्ट हो जाती हैं।

त्वचा के रोगों का इलाज किन – किन तरीको से किया जाता है?

त्वचा के रोगों का इलाज रोगो की प्रकृति के आधार पर किया जाता है अगर त्वचा रोग ज्यादा गंभीर नही है। तो उस रोग का घरेलू इलाज किया जा सकता है यदि त्वचा रोग लंबे समय से है। तो इसका इलाज डॉक्टर से करवान लेना चाहिए। कई बार त्वचा रोग घरेलू उपचार से भी ठीक हो जाता है। कई बार डॉक्टर के इलाज के बाद भी बहुत दिनों मे ठीक होता है।
त्वचा के रोगों का इलाज दो तरीको से किया जाता है –

त्वचा रोग का घरेलू उपचार
त्वचा रोग का चिकित्स्क उपचार

त्वचा रोग का घरेलू उपचार-

  1. फंगल इन्फेक्शन-
    फंगल इन्फेक्शन हो जाने पर रोगी को नीम की पतियों को पानी उबला कर संक्रमित जगह को धोए मुंहासे-
    त्वचा रोग के कारण रोगी को अगर मुंहासे हो जाते है। तो रोगी को हल्दी और शहद का मिश्रण को मुंहासो पर लगा लेना चाहिए जिससे बैक्टीरिया का संक्रमण कम हो जाता है।
  2. एलर्जी और रैशेज-
    त्वचा रोग के कारण रोगी को अगर किसी रोगी को एलर्जी और रैशेज हो जाता है। तो रोगी उस जगह पर एलोवेरा जेल का प्रयोग करे। एलोवेरा जेल का प्रयोग करने से खुजली और जलन ठीक हो जाएगी।
  3. सूजन –
    त्वचा रोग के कारण रोगी के संक्रमित स्थान पर तुलसी के पत्तो का रस लगाने से सूजन कम हो जाती है।
  4. खुजली –
    ओटमील को पीसकर पानी मे मिलाकर उस पानी से नाहने से रोगी को खुजली मे आराम मिलता है खुजली होने पर सेब के सिरके को पानी मे मिलाकर संक्रमित स्थान पर लगाने से रोगी हो खुजली मे आराम मिलता है।
  5. जलन –
    चंदन पाउडर को गुलाब जल मे मिला कर लगाने से त्वचा रोग की जलन कम हो जाती है। और रोगी की त्वचा को ठंडक मिलती है।
  6. त्वचा संक्रमण –
    त्वचा संक्रमण हो जाने पर रोगी को तुलसी के पत्तो का रस संक्रमित जगह पर लगाने से आराम मिलता है। और त्वचा की सूजन कम हो जाती है।

त्वचा रोग का चिकित्स्क उपचार-

त्वचा रोग कई बार बहुत लंबे समय तक ठीक नही होते है। तो उन रोगो का इलाज डॉक्टर की मदद से किया जाता है। त्वचा के रोगो का उपचार व्यक्ति की त्वचा की स्थिति पर निर्भर करता है। त्वचा के रोग का उपचार करने से पहले त्वचा रोग किस प्रकार का है उसकी जाँच की जाती है।

  1. दवाओं का प्रयोग –
    फंगल संक्रमण हो जाने पर इसके इलाज के लिए एंटीफंगल क्रीम का प्रयोग किया जाता है।
    त्वचा पर मुंहासे हो जाने पर इसके इलाज के लिए रेटीनोइड क्रीम का प्रयोग किया जाता है।
    त्वचा पर बैक्टीरियल संक्रमण हो जाने पर इसके इलाज के लिए एंटीबायोटिक क्रीम का प्रयोग किया जाता है।
    त्वचा पर सूजन और खुजली हो की स्थिति मे इसके इलाज के लिए स्टेरॉयड क्रीमका प्रयोग कर सकते है।
  2. सर्जिकल उपचार-
    त्वचा के कैंसर रोग होने या कोई गंभीर रोग हो जाने पर त्वचा की सर्जरी द्वारा संक्रमित त्वचा को निकाला जाता है। इसके उपचार के लिए लेजर का प्रयोग किया जाता है। लेजर तकनीक से त्वचा के छिद्रों को कम करने का कार्य किया जाता है इस तकनीक से त्वचा की सतह को ठीक किया जाता है।
  3. डर्मेटोलॉजिकल उपचार –
    यह उपचार त्वचा की बाहरी परत को हटा देता है। जिससे त्वचा पर दाग,झुर्रियाँ,मुँहासों के दाग और अन्य त्वचा की समस्याओ को ठीक करने मे सहायता करता है।
  4. जीवनशैली में बदलाव
    व्यक्ति को अपनी त्वचा साफ सुथरा रखना चाहिए।
    संतुलित भोजन का सेवन करना चाहिए।
    व्यक्ति को पूरी नींद लेनी चाहिए।
    पर्याप्त मात्रा मे पानी पीना चाहिए।

निष्कर्ष –
त्वचा रोग एक ऐसा रोग है। जो किसी भी व्यक्ति को हो सकता है त्वचा रोग से बचने के लिए रोगी को तुरंत इसका इलाज करवा लेना चाहिए कई बार यह रोग ऐसा होता है। जो घेरलू इलाज से ही ठीक हो जाता है कई बार त्वचा रोग बहुत ज्यादा गंभीर हो जाता है। जिसका इलाज डॉक्टर से ही करवाना पड़ता है और ठीक होने मे भी बहुत दिनो का समय लगता है। यदि किसी व्यक्ति को त्वचा रोग हो जाता है इसकी जाँच करवाने पर इसका तुरंत इलाज करवाना बहुत जरूरी है।

 

 

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